Passionate about poetry, nature and human psychology. A wanderer, firm believer of creativity, the best quality a person can acquire in his lifetime. This is the blog of Pratibha Verma.
"वक्त का काम है चलना" सही कहा "इन्सान की फितरत है बदलना" लेकिन जीवन मूल्यों का परित्याग करके नहीं - शुभकामनाएं
bilkul sahi kaha aapne...bahut-bahut dhanyavad
"वक्त का काम है चलना" सही कहा
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