माना कि बहुत मुश्किल है
किसी को समझ पाना
उससे भी मुश्किल है
उसके करीब आना ।
पर हर कोई एक
जैसा तो नहीं होता
जैसे हर दर्द एक
सा नहीं होता ।
और हम हर किसी को
एक जैसा नहीं समझ सकते
क्योंकि हर चेहरे का रंग
एक जैसा नहीं होता ।
फिर अपनी ज़िन्दगी में
हज़ार यादें होती हैं
कुछ कड़वी कुछ मीठी
पर सबका अपना अलग रंग है ।
हम इन सबकी वज़ह से
सभी से मुहँ तो नहीं मोड़ सकते
ज़िन्दगी पुरानी यादों
के सहारे तो नहीं जी सकते ।
फिर से किसी पे भरोसा करना
गलत तो न होगा
इस सोंच के साथ
ज़िन्दगी बिताना सही भी तो न होगा।।
सुंदर रचना
ReplyDeleteप्रतिभा जी। एक सत्य।
बहुत सुंदर प्रस्तुति.
ReplyDeleteइस पोस्ट की चर्चा, रविवार, दिनांक :- 24/08/2014 को "कुज यादां मेरियां सी" :चर्चा मंच :चर्चा अंक:1715 पर.
Thank you so much Rajiv ji...
Deleteसही-ग़लत की समस्या ही तो सबसे गड़बड़ हो जाती है १
ReplyDeleteसुंदर लेखन व रचना , प्रतिभा जी धन्यवाद !
ReplyDeleteअगर संभव हो तो -
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बहुत सुंदर रचना
ReplyDeletebahut hi sunder rachna...
ReplyDeletebahut hi sunder rachna...
ReplyDeleteआपकी सुंदर रचना
ReplyDeletehttps://www.facebook.com/groups/605497046235414/ यहाँ है .... आप भी आइये
thank u so much...
Deleteआपकी इस रचना का लिंक दिनांकः 25 . 8 . 2014 दिन सोमवार को I.A.S.I.H पोस्ट्स न्यूज़ पर दिया गया है , कृपया पधारें धन्यवाद !
ReplyDeletethank u so much...
Deletebahut sundar baat kahi aapne ....
ReplyDeleteबहुत ही अच्छी रचना है
ReplyDeleteबेहतरीन कविता
ReplyDeleteभरोसा टूट जाने के बाद फिर से भरोसा मुश्किल होता है , मगर जिंदगी को चलने के लिए फिर फिर भरोसा जरुरी भी !
ReplyDeleteअच्छी रचना !
वाह बहुत सुन्दर कृति
ReplyDeleteकिसी पर भरोसा करने के लिए भी एक बड़ा दिल चाहिए। भरोसे का टूट जाना तो एक आम बात है मगर किसी पर भरोसा करना एक बड़ी बात है। जिस तरह पांचों उँगलियाँ बराबर नहीं होती। वैसे ही हर इंसान एक सा नहीं होता। मगर एक इंसान को दूसरे से सामाज्स्य बिठाना ही पड़ता है और ऐसे में इस सबका बस एक ही इलाज है प्यार बाँटते चलो...
ReplyDeleteबहुत बढ़िया
ReplyDeletewaah, beautiful
ReplyDeleteवाह प्रतिभा जी बहुत सुन्दर रचना ।
ReplyDeleteसुंदर रचना ।
ReplyDeleteज़िन्दगी के सारे रंगों को जीना ही ज़िन्दगी है. सुन्दर रचना, बधाई.
ReplyDeletebahut badhiya!
ReplyDeleteमाना कि बहुत मुश्किल है
ReplyDeleteकिसी को समझ पाना
उससे भी मुश्किल है
उसके करीब आना ।
बहुत सुन्दर बात
बहुत सुन्दर रचना
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