माना कि है
ये त्योहार कुछ
रश्मों का
पर प्यार बहुत
है उन अनमोल
पलों का
हाँ याद हैं
वो सभी पल
वो बचपन की बातें
वो हमारा
लड़ना झगड़ना
और वो सरारतें
ये प्यार के दो धागे
कैसे जोड़ते हैं
एक रिश्ते को
बड़ी ही सहजता
के साथ
संजोया है इस रिश्ते को!!
ये त्योहार कुछ
रश्मों का
पर प्यार बहुत
है उन अनमोल
पलों का
हाँ याद हैं
वो सभी पल
वो बचपन की बातें
वो हमारा
लड़ना झगड़ना
और वो सरारतें
ये प्यार के दो धागे
कैसे जोड़ते हैं
एक रिश्ते को
बड़ी ही सहजता
के साथ
संजोया है इस रिश्ते को!!
भाई बहन के सुन्दर पलों को बाखूबी शब्द दिए हैं ...
ReplyDeleteरक्षाबंधन की शुभकामनायें ...
भाई बहन का अनमोल रिश्ता।
ReplyDeleteसुंदर रचना।
एक सैलाब सा उमड़ आता है बीती यादों का. सुन्दर रचना.
ReplyDeleteये प्यार के धागे जोडते हैं, मजबूत करते हैं रिश्तों को।
ReplyDeleteये धागे कीमती हैं !! मंगलकामनाएं !!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर...रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनायें!
ReplyDeleteबहुत सुंदर
ReplyDeleteThank you so much....
ReplyDeleteप्यार के इस त्यौहार पर आपकी ये प्यारी रचना .. बहुत सुन्दर :) राखी की अनन्त शुभकामनाये
ReplyDeletesunder dhaage...sunder rachna...
ReplyDeleteउम्दा रचना
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