Saturday, July 20, 2013

अगर तुम न होते …

अगर तुम न होते
तो न होती उम्मीदें
न होते कोई ज़ज्बात

अगर तुम न होते
तो न होती चाहतें
न होते कोई रिश्ते

अगर तुम न होते
तो न होती आशाएं
न ही होते ये सपने

अगर तुम न होते
तो न धड़कता ये दिल
न ही होता ये प्यार

अगर तुम न होते
तो न होते ये ज़ख्म
न ही होता ये दर्द

अगर तुम न होते
तो न होता ये रूश्वाई का मंज़र
न होते इस दिल के टुकड़े हज़ार !!




5 comments:


  1. अगर तुम न होते-शायद जिंदगी में कुछ ना होता -बहुत खूब
    latest post क्या अर्पण करूँ !
    latest post सुख -दुःख

    ReplyDelete
  2. बहुत ही बढ़िया

    ReplyDelete
  3. बहुत सुन्दर प्रस्तुति!
    साझा करने के लिए शुक्रिया!

    ReplyDelete
  4. ....खुद में ही लिप्त...प्यारी सी कविता है

    ReplyDelete
  5. कोई जीवन में किस हद तक वाबस्ता हो जाता है ...है न...

    ReplyDelete