Tuesday, January 17, 2017

ये जो पल बिताएं हैं ...



ये जो पल बिताएं हैं 
हमने साथ मिलके,  
खट्टी मीठी सी यादें 
बनकर रह जाएंगे !
बस कुछ यादों में सिमट जाएंगे 
और कुछ बातों में,
सम्भाल के रखना चाहो 
तो बंद कर लेना मुठ्ठी  में !
वरना धूप  में ओस 
की तरह गुम हो जाएंगे !!




5 comments:

  1. आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" बुधवार 18 जनवरी 2017 को लिंक की गई है.... http://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!

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  2. Very nice!! I mean bahut khub!!

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  3. यादों को लम्हों को संजोना पड़ता है ... सही कहा है ...

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  4. कम से कम शब्दों में बड़ी बात कहना ही कविता बन जाता है. सुन्दर रचना. बधाई!

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  5. सच कहाँ यादों क अलावा हमारे पास कुछ नही रहता
    http://savanxxx.blogspot.in

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